आउटसोर्सिंग भर्ती क्या है – आउटसोर्सिंग भर्ती हम एक ऐसी भर्ती प्रक्रिया को कहते हैं जिसमें आप सीधे किसी कंपनी में जॉब पर ना जाकर थर्ड पार्टी यानी किसी तीसरे पक्ष के माध्यम से आप जो जॉब करते हैं उसे आउटसोर्सिंग भर्ती कहते हैं और इस जॉब को पाने की जो प्रक्रिया होती है उसे आउटसोर्सिंग भर्ती कहते हैं
ऐसी नौकरी आपको तमाम सरकारी विभागों मेंबड़ी-बड़ी कंपनियों में या फिर आईटी का जो काम होता है उसमें अधिकांश देखने को मिलेगा
आउटसोर्सिंग भर्ती क्या है कैसे पा सकते हैं आउटसोर्सिंग की नौकरी को
अगर आप सरकारी विभागों में आउटसोर्सिंग के जरिए नौकरी पाना चाहते हैं. तो आपको पता करना होगा किस-किस विभाग में आउटसोर्सिंग कि JOB से लोगों को रखा हुआ है अब आपको पता करना होगा की किस कंपनी नेआउटसोर्सिंग की जॉब का टेंडर लिया हुआ है उस कंपनी के मैनेजर से आपको मिलना होगा और अपना CV जमा करना होगा
अगर कोई वैकेंसी खाली होगी तो मैनेजर आपको कांटेक्ट करेगा औरआप इंटरव्यू के माध्यम से आउटसोर्सिंग की जॉब पा सकेंगे कुछ जगह आपको सीधे जॉब पर भी रख लिया जाता है
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों से सरकार को काफी फायदा होता है। ऐसे कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी की तरह मूल वेतन नहीं देना पड़ता। सरकारी सुविधाएं भी नहीं मिलती। साथ ही सरकार जब चाहे, कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर सकती है।
सरकार ऐसी भर्तियों को बढ़ावा दे रही है, ताकि उस पर आर्थिक बोझ न बढ़े। इसका अंदाजा हाल ही में नियुक्त कर्मचारियों की संख्या से लगाया जा सकता है। सरकारी विभागों में 4 लाख से ज्यादा संविदा और आउटसोर्सिंग से कर्मचारी रखे गए हैं। सबसे ज्यादा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग और ग्राम्य विकास विभाग में कर्मचारी हैं।
तो ये था संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों के बीच का अंतर। आपकी क्या राय है इस मुद्दे पर? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।”