आखिर क्या है ASHOK NAGAR का इतिहास, और पर्यटन स्थल

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Ashok Nagar Kaha Hai – अशोकनगर मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है। यह जिला अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। अशोकनगर का समृद्ध इतिहास और पर्यटन स्थल इसे एक महत्वपूर्ण गंतव्य ( स्थान )बनाते हैं।

अगर हम अशोकनगर के इतिहास के बारे में बात करें तो इस शहर का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र मौर्य साम्राज्य के समय से बसा हुआ है और इसे सम्राट अशोक महान द्वारा बसाया गया माना जाता है। कुछ लोगों का यह भी माना है मानना है कि महान सम्राट अशोक ने उज्जैन पर विजय प्राप्त करने के दौरान एक रात अशोकनगर में बिताई थी, और तभी से इस शहर को अशोकनगर के नाम से जाना जाने लगा।

ASHOK NAGAR के मुख्य प्राचीन और पर्यटक स्थल

अशोकनगर जिले में कई पर्यटन स्थल हैं जिनमें प्रमुख चंदेरी का किला, राजघाट बांध, तूमैन नगरी, करीला माता मंदिर, कचनार स्थित गढ़ी(सराय ) आदि प्रमुख स्थान है

चंदेरी का किला, अशोकनगर जिले में स्थित, अपनी भव्यता और समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यह 11वीं शताब्दी में प्रतिहार राजा कीर्तिपाल द्वारा बनवाया गया था और कई शताब्दियों तक विभिन्न राजवंशों के शासन का केंद्र रहा। यह किला 5 किलोमीटर की परिधि में फैला हुआ है और इसमें कई द्वार, महल, मंदिर और अन्य संरचनाएं हैं।

चंदेरी का किला, अशोकनगर जिले में स्थित, अपनी भव्यता और समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यह 11वीं शताब्दी में प्रतिहार राजा कीर्तिपाल द्वारा बनवाया गया था और कई शताब्दियों तक विभिन्न राजवंशों के शासन का केंद्र रहा। यह किला 5 किलोमीटर की परिधि में फैला हुआ है और इसमें कई द्वार, महल, मंदिर और अन्य संरचनाएं हैं। इस किले के प्रमुख तीन मुख्य द्वार हैं:

खूनी दरवाजा: यह किले का मुख्य द्वार है और कहा जाता है कि यहां युद्धों में मारे गए सैनिकों के शवों को फेंक दिया जाता था।

हावा पौर: यह किले का दूसरा द्वार है जो शहर के हवादार हिस्से की ओर जाता है।

कट्टी-घाटी: यह किले का तीसरा द्वार है जो एक पहाड़ी दर्रे से होकर जाता है।

चंदेरी (Chanderi)का किला मध्य भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह कई युद्धों और संघर्षों का गवाह रहा है और विभिन्न राजवंशों के शासन का केंद्र रहा है। चंदेरी(Chanderi) का किला एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां आप किले की भव्यता देख सकते हैं, ऐतिहासिक स्मारकों का भ्रमण कर सकते हैं और क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं।

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राजघाट बांध:

राजघाट बांध, मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित, बेतवा नदी पर बना एक बहुउद्देशीय बांध है। इसका निर्माण 1986 में शुरू हुआ था और 2006 में पूरा हुआ था। यह बांध सिंचाई, जल विद्युत उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण और पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है।

तूमैन तूमैन नगरी, एक प्राचीन बस्ती है जिसका इतिहास 10वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक जाता है। यह कभी एक समृद्ध व्यापारिक केंद्र और महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति थी। और यह अपनी समृद्ध विरासत और प्राचीन अवशेषों के लिए जाना जाता है। यह इतिहास और पुरातत्व में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य (क्षेत्र) है।

करीला माता मंदिर मध्य प्रदेश के अशोकनगर( ASHOK NAGAR ) जिले में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर माता जानकी को समर्पित है और यहाँ हर साल चैत्र और फाल्गुन मास में भव्य मेले का आयोजन होता है। इस मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए माता के दर्शन करते हैं। करीला माता मंदिर अपनी धार्मिक महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है, और यहाँ की पवित्रता और भक्तिभाव का अनुभव करने के लिए लोग बड़ी संख्या में आते हैं।

कचनार स्थित गढ़ी (सराय) अशोकनगर जिले से 21.9 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। यह गढ़ी प्राचीन स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण है और इसे स्थानीय लोग ‘सराय’ के नाम से भी जानते हैं। इस गढ़ी का ऐतिहासिक महत्व और स्थापत्य कला इसे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाती है। यहाँ की संरचना और वास्तुकला पुराने समय की समृद्ध विरासत को दर्शाती है, और इतिहास प्रेमियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्थल है।

अशोक नगर(ASHOK NAGAR) कैसे पहुंच सकते हैं:

सड़क मार्ग से:– आप चाहे तो भोपाल, ग्वालियर, और इंदौर जैसे बड़े शहरों से बस या टैक्सी सेवा का उपयोग करके अशोक नगर पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग से: – अशोक नगर का अपना रेलवे स्टेशन है, जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। आप दिल्ली, मुंबई, भोपाल, और अन्य प्रमुख शहरों से ट्रेन से सीधे अशोक नगर पहुंच सकते हैं। रेलवे स्टेशन शहर के केंद्र में स्थित है, जिससे आपकी यात्रा और भी आसान हो जाती है।

हवाई मार्ग से: अशोक नगर के सबसे नजदीकी हवाई अड्डे भोपाल और ग्वालियर में स्थित हैं। ये हवाई अड्डे अशोक नगर से लगभग 200-250 किलोमीटर की दूरी पर हैं। हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस द्वारा अशोक नगर पहुंच सकते हैं। हवाई यात्रा के बाद सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करना सबसे सुविधाजनक विकल्प है।

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