DEWAS MATA MANDIR – भक्तों की आस्था का प्रमुख स्थल

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DEWAS MATA MANDIR :- देवास, मध्य प्रदेश का एक प्राचीन और ऐतिहासिक शहर, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। इस शहर में स्थित देवास माता मंदिर, श्रद्धालुओं के लिए हमेशा से एक प्रमुख आस्था का केंद्र रहा है। यह मंदिर, मां तुलजा भवानी और चामुंडा देवी को समर्पित है और यहां हर साल लाखों की संख्या में भक्त दर्शन कर मां तुलजा भवानी और चामुंडा देवी का दर्शन करने आते हैं। और माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं

आखिर क्या है DEWAS MATA MANDIR का इतिहास और पौराणिक कहानी

DEWAS MATA MANDIR:- की पौराणिक कथा और कहानी :- देवास में स्थित माता मंदिर को देवास टेकरी के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में दो देवी विराजमान है जिनमें से एक को मां तुलजा भवानी और दूसरी को चामुंडा देवी के नाम से जाना जाता है। तुलजा भवानी को छोटी मां और चामुंडा देवी को बड़ी मां भी कहा जाता है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़ी मां और छोटी मां के बीच बहनों का रिश्ता है। एक बार दोनों के बीच किसी बात पर लड़ाई हो गई थी।

विवाद के चलते दोनों बहने अपना स्थान छोड़ कर जाने लगी। बताया जाता है कि बड़ी मां क्रोधित होकर पाताल में समाने लगी और छोटी टेकरी छोड़कर जाने लगी। दोनों माताओं को क्रोधित देखकर हनुमान जी और भेरूबाबा ने उनसे क्रोध शांत करने की विनती की तब जाकर दोनों माता का क्रोध शांत हुआ लेकिन तब तक बड़ी देवी का आधा शरीर पाताल में समा चुका था और वो ऐसी ही स्थित में टेकरी पर रुक गई।

आखिर क्या है DEWAS MATA MANDIR का इतिहास देवास माता मंदिर को 52 शक्तिपीठ में से एक माना जाता है। बताया जाता है कि देश के अन्य शक्तिपीठों पर माता के शरीर के भाग गिरे थे लेकिन यहां टेकरी पर माता का रुधिर गिरा था, जिसके कारण मां चामुंडा देवी यहां पर प्रकट हुई थी। चामुंडा देवी को सात प्रमुख देवियों में से एक माना जाता है। देवास टेकरी पर स्थित इस मंदिर में माता चामुंडा के साथ-साथ बड़ी माता तुलजा भवानी और भेरू बाबा का भी मंदिर है. माता चामुंडा को पंवार वंश की कुलदेवी माना जाता है, जबकि बड़ी माता तुलजा भवानी होलकर वंश की कुलदेवी हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, ये दोनों बहनें हैं.

देवास के लोगों का मानना है कि यहां की मूर्तियां स्वयंभू हैं और जागृत स्वरूप में हैं. ऐसा कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. नवरात्रि के दिनों में यहां दिन-रात लोगों का तांता लगा रहता है और माता की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस दौरान सप्तमी और अष्टमी को हवन यज्ञ का आयोजन भी होता है, जिसमें दोनों राजवंश के लोग शामिल होते हैं.

DEWAS MATA MANDIR TIMINGS :देवास माता मंदिर के दर्शन का समय

अगर आप देवास की माता मंदिर में दर्शन के लिए जाना चाहते हैं तो आपको समय का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि देवास में माता के मंदिर का खुलने का समय कुछ इस प्रकार है मंदिर वर्ष के सभी दिनों में सुबह 6:00 बजे – शाम 7:00 बजे जनता के लिए खुला रहता है।

DEWAS MATA MANDIR के रोपवे टिकट की कीमत – Dewas Tekri Ropeway Ticket Price In Hindi

देवास में स्थित टेकरी मंदिर में रोपवे की सुविधा उपलब्ध है, जो भक्तों को पहाड़ी की चोटी तक पहुँचाने में मदद करती है। केबल कार उन लोगों के लिए संचालित की जाती है जो पैदल चढ़ना  नही चाहते हैं और इसकी रोपवे टिकट की कीमतें निम्नलिखित हो सकती हैं:

  • वयस्कों के लिए: DEWAS MATA MANDIR रोपवे टिकट रोपवे टिकट का लगभग ₹70 – ₹100 प्रति व्यक्ति
  • बच्चों के लिए: DEWAS MATA MANDIR रोपवे टिकट रोपवे टिकट का लगभग ₹50 – ₹70 प्रति व्यक्ति

यह कीमतें समय-समय पर बदल सकती हैं, इसलिए यात्रा से पहले अद्यतन जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों या मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें।

माँ चामुण्डा DEWAS MATA MANDIR कैसे पहुंचे

माँ चामुण्डा मंदिर, जो कि देवास में स्थित है, मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहाँ पहुँचने के लिए आप निम्नलिखित मार्गों का उपयोग कर सकते हैं:

हवाई मार्ग से:

देवास का सबसे निकटतम हवाई अड्डा इंदौर हवाई अड्डा है, जो लगभग 40 किलोमीटर दूर है। इंदौर हवाई अड्डे से आप टैक्सी या बस के माध्यम से देवास तक पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग से:

देवास रेलवे स्टेशन प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन से माँ चामुण्डा मंदिर की दूरी लगभग 3 किलोमीटर है। स्टेशन से आप ऑटो रिक्शा, टैक्सी या सिटी बस के माध्यम से मंदिर तक पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग से:

देवास सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप बस या निजी वाहन के माध्यम से देवास पहुँच सकते हैं। इंदौर, भोपाल, उज्जैन आदि शहरों से नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।

देवास पहुँचने के बाद, टेकरी पर स्थित माँ चामुण्डा मंदिर तक पहुँचने के लिए आप रोपवे का उपयोग कर सकते हैं या पैदल चलकर भी जा सकते हैं।

और अधिक जानकारी के लिए आप कंसल्टेंट की मदद ले सकते हैंCHAT NOW

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