Malana Dam :- नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका एक और रोचक और जानकारी से भरे नए आर्टिकल में। जहां आज हम आपको ले चलेंगे हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित मलाना डैम की यात्रा पर। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि मलाना डैम क्या है, कहाँ स्थित है, कब बना, क्यों बना और कैसे इसका निर्माण हुआ। और आज क्यों इसकी वजह से लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई
मलाना डैम, जिसे मलाना जलविद्युत परियोजना के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण जलविद्युत परियोजना है। यह डैम पार्वती नदी की एक सहायक नदी मलाना नदी पर बना है, जो कि पार्वती घाटी में स्थित है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में बिजली उत्पादन करना और कृषि के लिए पानी की आपूर्ति करना है
आखिर कब हुआ था Malana Dam का निर्माण
अब बात करते हैं कि यह डैम कहाँ स्थित है. और इसे कब बनाया गया। यह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है, जो कि अपने खूबसूरत पहाड़ियों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। मलाना डैम का निर्माण 2001 में शुरू हुआ और 2005 में इसका उद्घाटन किया गया।
डैम का निर्माण : इस डैम के निर्माण का मुख्य उद्देश्य बिजली उत्पादन था। हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति और यहां की नदियों के तेज बहाव के कारण यह क्षेत्र जलविद्युत परियोजनाओं के लिए उपयुक्त माना जाता है। मलाना डैम से उत्पादित बिजली न केवल स्थानीय क्षेत्र में उपयोग होती है, बल्कि इसे देश के कई अन्य हिस्सों में भी भेजा जाता है।
अब सवाल उठता है इतनी ऊंचे पहाड़ों के बीच Malana Dam का निर्माण कैसे हुआ
डैम के निर्माण में आधुनिक तकनीकों और विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यहाँ की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, इस परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
इस डैम के निर्माण से न केवल बिजली उत्पादन हुआ है, बल्कि इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी सुधार हुआ है। कृषि के लिए पानी की उपलब्धता बढ़ी है और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं।
Malana Dam आखिर कैसे इस बांध की वजह से लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून (Monsoon) की बारिश ने कहर ढ़ाया हुआ है. इस वजह से यहां कुल्लू जिले के मलाणा गांव में बना पावर प्रोजेक्ट (Malana Dam) टूट गया है. डैम के टूटने की वजह से घाटी में बाढ़ आ गई है और हाहाकार मचा हुआ है. आधी रात को हुई बारिश की वजह से नदियों ने अपना रौद्र रूप धारण किया हुआ है इसी के चलते पार्वती नदी में भारी बाढ़ से बांध के आस-पास रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है. यहां पर स्कूल और मकान पार्वती और ब्यास नदी में बह गए हैं. मणिकर्ण घाटी में सब्जी मंडी को पार्वती नदी बहा कर ले गई है. फिलहाल, अभी राहत की बात है कि घाटी में बारिश नहीं हो रही है. दोपहर दो बजे मौसम यहां पर साफ हो गया है.
जानकारी के अनुसार लेह मनाली हाईवे पलचान के पास बंद हो गया है. इसके अलावा, ब्यास नदी के रौद्र रूप की वजह से चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे जगह-जगह पर टूट गया है. फिलहाल, किसी तरह कोई जानी नुक़सान नहीं हुआ है.
तो दोस्तों, यह थी मलाना डैम की कहानी। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आई हो, तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। और हां, हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें, ताकि आप हमारी और भी रोमांचक कहानियां मिस न करें।
अगले वीडियो में फिर से मिलेंगे, एक नई कहानी के साथ। तब तक के लिए, जय हिंद! जय भारत