SAMVIDA KARMCHARI NEWS – आज हम बात करेंगे राजस्थान में संविदा कर्मचारियों को परमानेंट किए जाने की संभावना के बारे में।
सबसे पहले हमें यह जानना होगा राजस्थान में संविदा कर्मचारियों की आज क्या स्थिति है राजस्थान में, लाखों संविदा कर्मचारी विभिन्न सरकारी विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में काम करते हैं। इन कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तुलना में कम वेतन, कम लाभ और कोई नौकरी की सुरक्षा नहीं मिलती है।
आखिर कब से कर रहे हैं संविदा कर्मचारी नियमितीकरण SAMVIDA KARMCHARI NEWS
आखिर कब से कर रहे हैं संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग और इस मांग को लेकर सरकार का क्या रुख है संविदा कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि उन्होंने वर्षों से सरकार के लिए कड़ी मेहनत की है और वे नियमित कर्मचारियों की तरह ही समान अधिकारों और लाभों के हकदार हैं।
सरकार का रुख राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने अतीत में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के वादे किए थे। वर्ष 2021 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार, ने घोषणा की थी कि वह 5 साल की सेवा पूरी करने वाले सभी पात्र संविदा कर्मचारियों को नियमित करेगी।
हालांकि, इस वादे को अभी तक पूरा नहीं किया गया है। पिछले वर्ष राजस्थान में चुनाव हुए और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार की हार हो गई और राजस्थान में अब नई सरकार का गठन हुआ है
क्या नई सरकार करेगी संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण यह कहना अभी मुश्किल है कि राजस्थान सरकार संविदा कर्मचारियों को नियमित करेगी या नहीं। सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की है।
तो फिर संविदा कर्मचारियों के पास आज की स्थिति में क्या-क्या विकल्प हैं ( SAMVIDA KARMCHARI NEWS )
संविदा कर्मचारी सरकार के नियमितीकरण के फैसले का इंतजार कर सकते हैं।
या फिर नौकरी के लिए अन्य अवसरों की तलाश कर सकते हैं।
इसके साथ ही अगर संविदा कर्मचारी चाहे तो सरकार नियमितीकरण की मांग कर सकते हैं। आखिर में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि राजस्थान में संविदा कर्मचारियों का भविष्य क्या है
राजस्थान में संविदा कर्मचारियों का भविष्य अनिश्चित है। सरकार को जल्द से जल्द इस मामले पर फैसला करना चाहिए ताकि कर्मचारियों को उनकी नौकरी के भविष्य को लेकर स्थिति साफ हो सके और अगर आप इस विषय पर और अधिक जानकारी चाहते हैं तो डिस्क्रिप्शन बॉक्स में लिंक है आप हमसे संपर्क कर सकते हैं
धन्यवाद!